
नई दिल्ली में आयोजित 2025 अंतर्राष्ट्रीय रेलवे उपकरण प्रदर्शनी (IREE) में, भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम किनेट रेलवे सॉल्यूशंस ने वंदे भारत स्लीपर फर्स्ट एसी कोच की डिज़ाइन अवधारणा, साथ ही इसके 1:1 स्केल मॉडल और अपडेटेड ट्रेन बाहरी डिज़ाइन योजना का अनावरण किया।

इस फर्स्ट एसी चार-बर्थ स्लीपर कोच में स्थानीय कलाकारों के साथ सह-विकसित भारतीय शैली के पैटर्न के साथ धातु एक्सेंट वाला तटस्थ रंग का आंतरिक भाग है, जो व्यावहारिकता और आराम के बीच संतुलन बनाता है। यह यूएसबी चार्जिंग पोर्ट, पढ़ने के लिए लाइट, सीढ़ियाँ, स्टोरेज कम्पार्टमेंट और अतिरिक्त हैंड लगेज रैक से लैस है ताकि यात्रियों की सभी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।
डिज़ाइन का आधार 2023 में कंपनी और भारतीय रेलवे के बीच हुए एक अनुबंध है, जिसमें 120 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों (कुल 1,920 कोच) की आपूर्ति शामिल है तथा 35 वर्षों तक रखरखाव सेवाएं प्रदान करनी हैं। इन ट्रेनों का निर्माण भारत में स्थानीय स्तर पर किया जाएगा, जिसके आंतरिक और बाह्य डिज़ाइन पर वर्तमान में ग्राहक के साथ संयुक्त रूप से अंतिम रूप दिया जा रहा है।

उत्पादन लातूर कारखाने में होगा, जिसका आधुनिकीकरण लगभग पूरा हो चुका है, जबकि जोधपुर में एक नया रखरखाव डिपो निर्माणाधीन है। योजना के अनुसार, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के पहले प्रोटोटाइप के जून 2026 में लॉन्च होने की उम्मीद है, जो भविष्य में भारत की रेलवे यात्री सेवाओं में और सुधार करेगा।